केंद्र सरकार ने महिला उद्यमियों के लिए बहुत सी बिजनेस लोन स्कीम चलाई हुई हैं जो उन्हे स्वरोजगार स्थापित करने के लिए बिना गारंटी का ऋण उपलब्ध कराती हैं। इस तरह की सरकारी कल्याणकारी योजनाएँ कामकाजी महिलाओं के लिए बहुत लाभदायक हैं जो अपना किसी तरह का उद्यम लगाना चाहती हैं या घरेलू काम शुरू करना चाहती है। इस आर्टिक्ल में हम आपको महिलाओं के लिए बिजनेस लोन स्कीम के बारे में बताएंगे जैसे की उद्योगीनी योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, भारतीय महिला बैंक बिजनेस लोन, अन्नपूर्णा योजना, देना शक्ति योजना आदि
केंद्र सरकार अधिकांश बैंकिंग, गैर बैंकिंग संगठन तथा गैर बैंकिंग वित्त कंपनियाँ के माध्यम से महिलाओं के लिए कम ब्याज दरों पर स्वरोजगार लोन उपलब्ध कराती हैं जिसमें ब्याज दर पुरुषों के मुक़ाबले 0.05% कम होती है। इसके अलावा महिलाओं के लिए रोजगार ऋण योजनाओं पर लोन के अलावा अन्य सुविधाएं भी प्रदान करी जाती हैं जैसे की बिज़नस के आइडिया, सुधार और सुझाव से संबंधित सहायता आदि।
महिलाओं के लिए चल रही उद्यम व रोजगार योजनाओं में 25 लाख रूपये तक का ऋण बिना गारंटी के आसानी से मिल सकता हैं। इसलिए जो भी महिला उद्यमी हैं वो इनमें से अपनी जरूरत के अनुसार ऑनलाइन पंजीकरण करके इन बिजनेस लोन स्कीम का लाभ ले सकती हैं।
महिलाओं के लिए सरकारी लोन योजना की सूची 2021
वे महिलाएं जिनके पास कोई बिजनेस आइडिया है लेकिन पैसों की तंगी के चलते वे अपने इस आइडिया को जमीनी स्तर पर लागू नहीं कर पाती तो ऐसे में उन्हे इन कल्याणकारी ऋण योजनाओं के माध्यम से काफी हद तक फायदा मिल सकता है और वो अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए 25 लाख तक का ऋण कम ब्याज पर आसानी से ले सकती हैं। तो चलिये देखते हैं कौनसी हैं वो योजनाएँ जिनके माध्यम से महिला उद्यमी अपना स्वरोजगार शुरू करने के लिए बिजनेस लोन ले सकती हैं:
1. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना केंद्र सरकार की छोटे उद्यम शुरू करने के लिए एक फ्लैगशिप लोन स्कीम है। जिससे उन लोगों को मदद मिल सके जो अपना उद्यम (कारोबार) शुरू करने के लिए पैसो की कमी से जूझ रहे हैं। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को नरेंद्र मोदी सरकार ने वर्ष 2015 में अप्रैल में शुरू किया था। पीएमएमवाई के मुख्यत दो उद्देश्य हैं पहला, स्वरोजगार के लिए आसानी से लोन उपलब्ध कराना दूसरा, छोटे उद्यमों के माध्यम से रोजगार का सृजन करना जिससे असीमित रोजगार की संभावनाएँ पैदा हो सकें।
इस योजना के तहत अगर आप लोन लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो बेहतर होगा कि आप परिवार की महिला सदस्य के नाम पर लोन के लिए अप्लाई करें। क्यूंकि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की खास बात यह है कि इसके तहत लोन लेने वाले चार लोगों में से तीन महिलाएं हैं। यानि की इस योजना को सरकार ने महिलाओं पर फोकस किया है। ऐसे में अगर आप महिला के नाम पर लोन के लिए अप्लाई करेंगे तो आपको लोन मिलने के ज्यादा चांस होंगे।
इसे पढ़ें – PM मुद्रा योजना ऑनलाइन अप्लाई / फॉर्म व पूरी जानकारी
2. Oriental महिला विकास योजना
ओर्यंटल महिला विकास योजना के तहत ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स उन महिलाओं को ऋण प्रदान करता है, जो व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से किसी व्यवसाय में मालिकाना हक रखती हैं या जिनके पास 51% शेयर हैं। इस योजना के तहत महिला उद्यमियों को लघु उद्योग शुरू करने और उनका विस्तार करने के लिए 10 लाख से 25 लाख तक का ऋण दिया जाता है।
ओरिएंटल महिला विकास योजना में ऋण लेने के लिए किसी प्रकार के गारंटर की आवश्यकता नहीं होती है। जिसको चुकाने के लिए महिला उद्यमी 7 वर्ष की अवधि का समय दिया जाता है और इसके तहत महिला उद्यमियों को ऋण के ब्याज पर 2% की रियायत भी दी जाती है।
ओरिएंटल महिला विकास योजना आवेदन – इस योजना का लाभ लेने के लिए महिला उद्यमी को अपने नजदीकी ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स की ब्रांच में संपर्क करना होगा।
3. उद्योगीनी योजना
उद्योगीनी योजना भी एक तरह की रोजगार लोन स्कीम है जिसमें वो महिलाएं जिनकी आयु 18 से 45 वर्ष के बीच है और अपना व्यवसाय, कृषि, खुदरा और छोटे उद्यम लगाना चाहती हैं तो इसके लिए उन्हें 1 लाख तक का लोन बहुत ही मामूली ब्याज दर पर मिलता है। यदि आवेदक महिला अनुसूचित जाति, जनजाति (SC / ST) वर्ग से है या विधवाओं, निराश्रित या विकलांग महिलाओं की श्रेणी में आती है तो उसे 10,000 रुपये तक के ऋण पर 30% की सब्सिडी अलग से दी जाती है।
इस योजना का लाभ लेने के लिए 45 वर्ष की अधिकतम आयु के साथ महिला उद्यमी के परिवार की वार्षिक आय 45,000 से कम होनी चाहिए तभी वह इसके लिए पात्र है।
4. सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत, छोटे उद्यमों व व्यवसाय को शुरू करने के लिए महिलाओं को ऋण दिया जाता है। इनमें वो महिलाएं जो ट्यूशन सेंटर, टेलरिंग यूनिट या ब्यूटी पार्लर आदि के व्यवसाय से जुड़ी हैं उनको अधिक प्राथमिकता दी जाती है। महिलाओं को ऋण देने के साथ एक मुद्रा कार्ड भी दिया जाता है जो एक तरह से क्रेडिट कार्ड की तरह काम करता है। सुकन्या समृद्धि योजना 2021 में कम से कम 50,000 और अधिकतम 5 लाख तक का ऋण आसानी से लिया जा सकता है।
आवेदन कैसे करें – इस योजना के लिए आपको नजदीकी बैंक शाखा में जाकर पूरी जानकारी मिल जाएगी।
5. भारतीय महिला बैंक बिज़नेस लोन
भारतीय महिला बैंक बिजनेस लोन स्कीम भारतीय महिला बैंक द्वारा शुरू की गयी थी, लेकिन 2017 में इसे स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में मर्ज कर दिया गया। इस योजना के तहत महिला उद्यमियों को व्यवसाय शुरू करने के लिए 20 करोड़ रुपये तक का बिज़नेस लोन उपलब्ध कराया जाता है। इस योजना के तहत बैंक महिला उद्यमियों के लिए सस्ती दरों पर विशेष ऋण की सुविधा उपलब्ध कराती है।
भारतीय महिला बैंक व्यवसाय ऋण की ब्याज दर 10.15% से 13.65% सालाना होती है। भारतीय महिला बैंक द्वारा प्रदान की जाने वाली अधिकतम व्यवसाय ऋण राशि आवेदकों की विभिन्न श्रेणियों के लिए अलग-अलग है। सेवा उद्यमों और खुदरा व्यापारियों के लिए अधिकतम 5 करोड़, विनिर्माण उद्यमों के लिए अधिकतम 20 करोड़। वहीं, बिना किसी संपार्श्विक मुक्त ऋण एक करोड़ तक भारतीय महिला बैंक व्यवसाय ऋण के तहत दिया जाता है।
6. अन्नपूर्णा योजना
अन्नपूर्णा योजना स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की एक विशेष ऋण योजना है। इस योजना के तहत महिलाओं को व्यवसाय का विस्तार करने में सहायता दी जाती है। इस योजना में महिला उद्यमी को 50 हजार रुपये तक लोन की सुविधा दी जाती है। इस योजना के तहत महिला उद्यमियों को फूड केटरिंग व्यवसाय के लिए 50,000 तक का ऋण प्रदान किया जाता है। राशि का उपयोग कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं के लिए किया जा सकता है जो निम्न्लिखित हैं:
- बर्तन
- कटलरी
- गैस कनेक्शन
- रेफ्रिजरेटर
- मिक्सर सह चक्की
- हॉट केस
- बर्तन स्टैंड
- टिफिन बॉक्स
- वर्किंग टेबल
- पानी फिल्टर
अन्नपूर्णा योजना के तहत ऋण लेने के लिए एक गारंटर की आवश्यकता होती है और व्यवसाय की संपत्तियों को भी गिरवी रखने की आवश्यकता पड़ सकती है। एक बार मंजूरी मिलने के बाद, इसे 36 मासिक किश्तों में चुकाना होता है। ब्याज दर बैंक ने नियमों के आधार पर तय किए जाते हैं।
7. देना शक्ति योजना
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके सशक्तीकरण के मकसद से देना बैंक द्वारा शुरू की गई ये एक खास स्कीम है जिसका नाम देना शक्ति योजना है। इस स्कीम के जरिए बेहद सस्ती दरों पर 20 लाख रुपए तक लोन मुहैया कराया जाता है। ये योजना सिर्फ महिलाओं के लिए है। इसके जरिए वो अपना बिजनेस शुरू कर सकती हैं या फिर पहले से चल रहे व्यवसाय का विस्तार कर सकती हैं। देना शक्ति योजना व लोन स्कीम के लिए आवेदन करने के लिए अपने नजदीकी देना बैंक की शाखा में संपर्क करें।
8. सेंट कल्याणी योजना
सरकार और निजी सेक्टर दोनों ही उद्यमियों को वित्तीय सहायता देकर अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का काम कर रही है। ऐसी ही एक पहल सेंट कल्याणी योजना महिला उद्यमियों के लिए मददगार साबित हो रही है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को अपने स्वयं के व्यवसाय स्थापित करने या मौजूदा का विस्तार करने में मदद करना है। इसके लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया महिला उद्यमियों के लिए सस्ती दरों पर विशेष ऋण की सुविधा उपलब्ध कराती है। आपको बता दें कि महिला सशक्तिकरण और महिलाओं की उद्यमशीलता को देखते हुए कई सारी ऐसी योजनाएं चल रही है। इन योजना के तहत महिलाएं न सिर्फ खुद का बिजनेस शुरू कर सकेंगी, बल्कि आत्मनिर्भर भी होगी।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की इस योजना के तहत महिलओं को मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस इंडस्ट्री में माइक्रो और स्मॉल-स्केल बिजनेस के लिए लोन उपलब्ध कराया जाता है। इसमें निम्न्लिखित क्षेत्र शामिल हैं:
1) हैंडीक्राफ्ट मेकर्स
2) टेलर्स
3) डॉक्टर्स
4) ब्यूटी पार्लर्स
5) गारमेंट मेकिंग
6) ट्रांसपोर्ट बिजनेस
सेंट कल्याणी योजना की ब्याज दर – सेंट कल्याणी योजना के तहत महिला उद्यमी को एक करोड़ तक लोन दिया जाता है। इस योजना के तहत ब्याज दर 9.70% है।
9. महिला उद्योग निधि योजना
स्मॉल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक (SIDBI) के तहत महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए महिला उद्योग निधि योजना 2021 के तहत महिलाओं को सस्ती दरों पर लोन महुैया कराया जाता है। जिससे वो अपना बिजनेस शुरू कर सकें और कमाई करके आत्मनिर्भर बन सकें। इससे दूसरी महिलाओं के लिए भी रोजगार के अवसर बढ़ते हैं। महिला उद्योग निधि योजना की ओर से दी जाने वाली रकम का उपयोग छोटे व्यवसाय (MSME) द्वारा सर्विस, मैन्चुफैक्चरिंग और प्रॉडक्शन से जुड़ी गतिविधियों में किया जा सकता है।
महिला उद्योग निधि योजना की शर्तें
1. छोटे व्यवसाय (MSME), अति-छोटे व्यवसाय (SSI) की शुरुआत करने के लिए आवेदक महिला उद्यमी होनी चाहिए।
2. व्यवसाय में महिला उद्यमी का मालिकाना हक़ 51% से कम नहीं होनी चाहिए।
3. जो भी बिजनेस शुरू करें उसमें 5 लाख रु. के न्यूनतम निवेश हो और 10 लाख रुपए से अधिक खर्च न हो।
4. प्रोजेक्ट खर्च के 25% तक का लोन अधिकतम 2.5 लाख रु. प्रति प्रोजक्ट महिला उद्यमियों के लिए पेशकश की जाती है।
5. लोन भुगतान अवधि 10 वर्ष तक है, जिसमें 5 वर्ष की मोरेटोरियम अवधि (लोन लेने के पाँच वर्ष बाद उसका भुगतान शुरू करना) शामिल है।
6. योजना के तहत दिए जाने वाले लोन पर लगने वाली ब्याज दरें SIDBI की ओर से तय की जाती है इसलिए बैंकों की ओर से दरें अलग – अलग हो सकती हैं।
7. स्वीकृत लोन के अनुसार संबंधित बैंक प्रति वर्ष 1% का सर्विस टैक्स लिया जाता है। ये बैंकों या वित्तीय संस्थानों पर निर्भर करता है।
लोन भुगतान अवधि – इस योजना के तहत दी जाने वाली अधिकतम लोन भुगतान अवधि 5 वर्ष से 10 वर्ष तक है।
10. स्त्री शक्ति पैकेज योजना
स्त्री शक्ति पैकेज योजना में दिया जाने वाला लोन अलग-अलग श्रेणियों में बाँटा गया है जिसमें मार्जिन 5% तक कम होने का प्रावधान है। यदि महिलाएं जो लोन लेती हैं उसकी संख्या दो लाख से अधिक होती है तो इस स्थिति में बैंक द्वारा ब्याज की दर 5% कम होने का प्रावधान निर्धारित किया गया है। महिला उद्यमी यदि अपना उद्यम शुरू करना चाहती हैं, तो उन्हें 5 लाख तक के ऋण पर किसी प्रकार की कोई भी सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं होगी। महिलाएं इस योजना का लाभ आसानी से उठा सकती है।
योजना के लिए आवेदन – स्त्री शक्ति पैकेज योजना के लिए आवेदन करने के लिए आप नजदीकी बैंक में संपर्क कर सकती हैं।
ऊपर बताई गई सभी योजनाओं के लिए अधिक जानकारी के लिए महिलाएं अपने नजदीकी बैंक में संपर्क कर सकती हैं या किसी भी तरह के सवाल के लिए नीचे कमेंट कर सकती हैं।
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