Rajasthan government has announced to start Navjat Shishu Suraksha Yojana 2020-2021 for infants. Health Department will soon bring a policy for new born babies who are born with low birth weight, malnutrition and those who are premature babies. The main objective of Navjat Suraksha Yojna is to bring down the infant mortality rate (IMR) and to take care of neonates. Moreover, Kangaroo Mother Care initiative would also be started in the state.
The Health dept. of Rajasthan will promote Kangaroo Mother Care technique to provide continuous skin-to-skin contact b/w mother and baby. Moreover, there would be exclusive breast milk feeding to keep the baby healthy under Kangaroo Mother Care initiative which is a natural incubator.
Nirogi Rajasthan Campaign has already been started in the state to reduce IMR and Maternal Mortality Rate (MMR).
Rajasthan Navjat Shishu Suraksha Yojana 2020-2021
The new Navjat Shishu Suraksha Yojana 2020-2021 will help in bringing down the infant mortality rate further. This scheme aims to improve the healthcare facilities for neonates. Health dept. of Rajasthan has also decided to include Kangaroo Mother Care in Nirogi Rajasthan Yojana of the state government. Kangaroo Mother Care training programmes would be organized in Rajasthan to prevent deaths of neonates by improving healthcare facilities.
An Overview of Navjat Suraksha Yojana 2020-2021
Name of Scheme | Rajasthan Navjat Shishu Suraksha Yojana (राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना) |
Who Launched it | Health Minister Raghu Sharma |
Date of Announcement | 9 February 2020 |
Major Beneficiaries | New Born Babies and Pregnant Ladies |
Objectives | To provide safety net of health to newborn baby / infants |
Rajasthan Navjat Shishu Suraksha Yojana Apply Form 2020-2021
All the interested applicants who wants to minimize the health related problems of their newborn babies can apply for Rajasthan Navjat Shishu Suraksha Yojana 2020-2021. Only those candidates who will apply for Navjaat Suraksha Yojana would be able to avail the scheme benefits. The state govt. of Rajasthan has 77 master trainers in Kangaroo Mother Care which will go to district and block level to train healthcare staff.
In Rajasthan, the infant mortality rate is 35 deaths per 1,000 live births. As per the National Family Health Survey 2015-16, IMR in Rajasthan was 41 deaths per 1,000 live births. Health dept. aims to further bring down IMR by formulating Navjat Shishu Suraksha Yojana, Nirogi Rajasthan and Kangaroo Mother Care initiative.
राज्य के इच्छुक लाभार्थी इस योजना के तहत अपने नवजात शिशुओं को स्वास्थय सम्बन्धी परेशानियों को दूर करना चाहते है तो उन्हें Navjaat Suraksha Yojana 2021 के तहत आवेदन करना होगा । तभी वह इस योजना का लाभ उठा सकते है । राजस्थान में, शिशु मृत्यु दर प्रति 1000 जीवित जन्मों पर 35 मौतें हैं। राष्ट्रीय परिवार के अनुसार, स्वास्थ्य सर्वेक्षण वर्ष 2015-16 में राजस्थान में शिशु मृत्यु दर प्रति 1000 जीवित जन्मों में 41 मौतों की है। इस राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना 2021 के तहत आने वाले समय में नवजात शिशु मृत्यु दर को और कम किया जायेगा । इस योजना के तहत राजस्थान के कम वजन वाले, कुपोषित समय से जन्मे बच्चे के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा ।
Objectives of Navjaat Suraksha Yojana 2020-2021
जैसे की आप लोग जानते है की राजस्थान में ऐसे कई नवजात शिशु हैं जो स्वास्थ्य सही न होने के कारण मौत हो जाती है। राजस्थान सरकार ने कहा है की प्रदेश में किसी भी नवजात की मौत न हो इसके लिए इस योजना के तहत जल्दी ही प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। नवजात सुरक्षा योजना 2021 के ज़रिये जन्म लेने वाले बच्चो के स्वास्थ्य का ध्यान रखकर उन्हें सुरक्षा सुविधा उपलब्ध कराना ।जिससे नवजात शिशुओं की मृत्यु दर में कमी आ सके | Navjaat Suraksha Yojana 2021 के तहत नवजात शिशुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदना करके बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करना । स्वास्थ्य विभाग राजस्थान कंगारू मदर केयर तकनीक को बढ़ावा देगा ताकि निरंतर त्वचा से त्वचा संपर्क बी / डब्ल्यू माँ और बच्चे को प्रदान किया जा सके।
Benefits of Rajasthan Navjat Suraksha Yojana 2020-2021
- इस योजना के अंतर्गत राजस्थान के कम वजन वाले ,कुपोषित और समय से पहले जन्मे नवजात शिशुओं को स्वास्थ्य सम्बन्धी सुरक्षा सुविधा प्रदान की जाएगी ।
- कंगारू मदर केयर में 77 मास्टर ट्रेनर राज्य के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए जिला और ब्लॉक स्तर पर जाएंगे।
- Rajasthan Navjaat Suraksha Yojana 2021 के तहत प्रदेश भर में लगाए जाने वाले स्वास्थ्य मित्रो को प्रशिक्षण दिया जायेगा । ताकि राज्य में शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके ।
- राज्य में IMR और मातृ मृत्यु दर (MMR) को कम करने के लिए Nirogi राजस्थान अभियान पहले ही शुरू कर दिया गया है।
- नई नवजात सुरक्षा योजना 2021 से शिशु मृत्यु दर को और नीचे लाने में मदद मिलेगी ।
- स्वास्थ्य विभाग राजस्थान की सरकार ने नरोगी राजस्थान योजना में कंगारू मदर केयर को भी शामिल करने का निर्णय लिया है।
How to Apply for Rajasthan Navjat Shishu Suraksha Karyakram (NSSK)
राजस्थान के जिन लोगो के नवजात शिशु कुपोषित है या कम वजन वाले है या समय से पहले पैदा हुए है और वह इस योजना का लाभ उठाने के लिए राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना 2021 के तहत आवेदन करना चाहते है तो उन्हें अभी इंतज़ार करना होगा ।क्योकि हाल ही में इस योजना को शुरू करने की घोषणा की गयी है जैसे ही इस योजना को पूरी तरह से शुरू किया जायेगा और इस योजना में Online Apply करने की प्रक्रिया और ऑफिसियल वेबसाइट – https://www.rajasthan.gov.in/Pages/default.aspx को आरम्भ किया जायेगा । उसके बाद ही आप इस योजना के तहत अपने बच्चे को स्वास्थ्य सुरक्षा सुविधा प्रदान करने के लिए आवेदन कर सकते है जब इसकी कोई जानकारी हमे पता चलेगी हम इसकी पूरी जानकारी आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से बता देंगे ।
Kangaroo Mother Care is a low cost technique which is highly practical and has potential to save millions of new born babies without any burden or healthcare cost. This technique is still underutilized and if utilized properly, this initiative can save many lives. Health dept. is using this technique for the past few years at JK Lon Hospital and now Rajasthan has trained doctors and nurses.
The Kangaroo Mother Care is just like putting a child in warmer, which is a mechanical care, but it is a humanised care with better results.
from सरकारी योजना
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